नई दिल्ली। कीमती चंदन की लकड़ियों को विदेश में एक्पोर्ट करने के मामले में योगगुरु बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि आयुर्वेद सवालों के घेरे में घिर गई है। खास बात यह है कि मामला अब दिल्ली हाई कोर्ट में पहुंच गया है। दरअसल, डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (DRI) ने हाल ही पतंजलि द्वारा चीन भेजी जा रही लाल चंदन की लकड़ियां जब्त की थीं।
इकोनॉमिक टाइम्स खबर की मानें तो DRI और कस्टम डिपार्टमेंट ने पतंजलि के प्रतिनिधि से लाल चंदन की लकड़ियां और इससे जुड़े दस्तावेज और पासपोर्ट जब्त किया है। जबकि पतंजलि के पास ग्रेड-सी की ही चंदन की लकड़ियां एक्सपोर्ट करने की अनुमति है।
DRI और कस्टम विभाग की कार्रवाई को इसके बाद बाबा रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद दिल्ली हाईकोर्ट में चुनौती दी है। साथ ही पतंजलि ने दिल्ली हाईकोर्ट से अपील की है कि जब्त की गईं चंदन की लकड़ियों को मुख्त किया जाए। इस मामले पर पतंजलि की दलील है कि कंपनी की ओर से अभी तक कोई चंदन की लकड़ी एक्सपोर्ट नहीं की है। एक्सपोर्ट करने की प्रक्रिया अभी जारी है। हमने लाल चंदन की लकड़ियां आंध्र प्रदेश फोरेस्ट डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड से खरीदी थीं और यह अवैध नहीं है। पतंजलि सभी काम कानून के मुताबिक करती है।
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