नई दिल्ली। रक्षाबंधन और गणेश चतुर्थी के त्योहार से पहले लोगों को केंद्र सरकार ने बड़ा तोहफा दिया है। मोदी सरकार ने राखियों और सभी तरह की मूर्तियों, हथकरघा, हैंडलूम और हस्तशिल्प प्रोडक्ट्स को जीएसटी से बाहर रखा है जिससे आने वाले त्योहारों के समय इनकी कीमतों पर आपको राहत मिलेगी। गणेश चतुर्थी और रक्षाबंधन पर लोग भारी मात्रा में इन वस्तुओं की खरीदारी करते हैं और इस कदम के जरिए सरकार लोगों को लुभाने की कोशिश कर रही है।
वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि वस्तुएं हमारी विरासत का हिस्सा हैं और इनके सम्मान के साथ हमें इन्हें संजोए रखना है। इस साल राखी को जीएसटी से बाहर रखा गया है जबकि पिछले साल राखियों पर जीएसटी लगा था जिसके चलते उनकी कीमतें ऊंची रही थीं। पिछले साल राखी बनाने में इस्तेमाल होने वाली कई सामग्री अलग-अलग टैक्स स्लैब में थी जिसके चलते ग्लासवर्क वाली राखियां 18 फीसदी तो कपड़े जैसे नायलॉन, जरी, सिल्क वर्क वाली राखियां 12 फीसदी के जीएसटी स्लैब में आ रही थीं। इस साल जीएसटी से बाहर होने के चलते पिछले साल के मुकाबले राखियां 10 से लेकर 15 फीसदी तक सस्ती मिल रही हैं।
रक्षाबंधन का त्योहार आने वाली 26 अगस्त को है और अगले महीने यानी सितंबर की 13 तारीख को गणेश चतुर्थी का त्योहार है। इन त्योहारों के लिए लोग जमकर खरीदारी करने के लिए बाजारों का रुख कर रहे हैं। बहनें अपनी भाइयों की कलाई पर रक्षासूत्र या राखी बांधकर उनके लंबे, सुखी जीवन की कामना करती हैं और गणेश चतुर्थी के त्योहार के दौरान लोग 10 दिनों तक भगवान गणपति की मूर्तियां घरों में स्थापित कर उनकी आराधना करते हैं।
No comments:
Post a Comment