मुंबई- पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। भारत सरकार के इस उपक्रम को आगे बढ़ाते हुए प्रदेश की प्रमुख प्रदाता बिजली कंपनी महावितरण ने राज्यभर में 500 विद्युत वाहन चार्जिंग केंद्र खोलने का एेलान किया है। एक चार्जिंग केंद्र का लागत खर्च ढाई लाख रुपए आंका गया है।
मुंबई को छोड़कर महावितरण राज्य में बिजली आपूर्ति करती है। लिहाजा महावितरण ने विभिन्न स्थानों पर विद्युत वाहन चार्जिंग केंद्र निर्माण करने की योजना बनाई है। यह केंद्र महावितरण केे उपकेंद्रों में उपलब्ध अतिरिक्त जमीन पर बनाए जाएंगे। यह फास्ट डीसी चार्जिंग केंद्र होंगे। एक इलेक्ट्रिक वाहन को पूरा चार्ज करने में 45 मिनट से एक घंटे का समय लगेगा। विद्युत वाहन चालकों को प्रति यूनिट 6 रुपए की दर से यह सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। रात में 8 बजे से लेकर सुबह 6 बजे तक बिजली दर में डेढ़ रुपए की छूट दी जाएगी।
महावितरण ने इस महत्वाकांक्षी प्रस्ताव को मंजूरी दी है। महावितरण की ओर से मिली जानकारी के अनुसार मुंबई और नागपुर सहित प्रदेश के कई इलाकों में हाइवे पर चार्जिंग केंद्र खोले जाएंगे। इनमें मुंबई में 4, नवी मुंबई- 4, ठाणे- 6, पनवेल-4, पुणे-10 , मुंबई-पुणे महामार्ग पर 12 और नागपुर में 10 विद्युत वाहन चार्जिंग केंद्र चरणबद्ध तरीके से खोले जाएंगे। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया का काम अंतिम चरण में है। अगले सप्ताह वर्क आर्डर जारी किया जाएगा। नागपुर के अमरावती रोड पर उपकेंद्र और पुणे के पैराडीगम उपकेंद्र में फास्ट डीसी चार्जिंग केंद्र का निर्माण किया गया है। जल्द दोनों केंद्र कार्यान्वित कर दिए जाएंगे।
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