सुल्तानपुर—– नगर के प्रमुख जगहों पर स्वच्छ भारत अभियान के तहत वाटर ए टी एम लगाया गया आम जनमानस को शुद्ध पेयजल की व्यवस्था उपलब्ध हो और वाटर ए टी एम का मेंटिनेंस भी हो सके जिसके लिये एक रुपये से दो रुपये प्रति लीटर शुद्ध पानी देने का मंशा नगर पालिका प्रशासन ने सोचा लेकिन अफसोस यह है कि इस वर्ष तपती गर्मी के बीच इन वाटर ए टी एम की टोटियों से एक बूंद पानी नही टपक रहा है जिम्मेदार अधिकारी कहते है कि कोई इजीनियर काम करने को तैयार नही है तो सोचना यह होगा कि वाटर ए टी एम में पानी कब और कैसे आयेगा ।
बताते चले कि लगभग 2016 में वाटर ए टी एम को पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष प्रवीण अग्रवाल ने नगर के बस स्टेशन , नगर पालिका गेट के सामने दरियापुर तिराहे पर संचालित कराए थे जब 2017 में जब नगर पालिका बोर्ड का नया गठन हुआ तो नव निर्वाचित अध्यक्ष द्वारा पुनः उटघाटन कर वाटर ए टी एम की शुरआत की गई जिसका 1 रुपये से 2 रुपये प्रति लीटर कर दिया गया फिर भी आम जनमानस चुप रहा तपती गर्मियों में अपनी प्यास बुझाने के लिये 2 रुपये भी देना मुनासिब समझा लेकिन 2018 के इस तपती गर्मी में आम जनमानस वाटर ए टी एम पर पानी के लिये पहुंचा तो एक बूंद पानी भी नही नसीब हुआ तपती गर्मी अपने चरम पर पहुचने लगी तो जिम्मेदार अधिकारी से जब इस सम्बन्ध में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कोई ठीक करने वाला इंजीनयर तैयार नही हो रहा है यह जुबानी है नगर पालिका परिषद के जिम्मेदार अधिकारी का न तो इन्होंने वाटर ए टी एम बनवाने के लिये कोटेशन निकाला न तो टेंडर निकाला और साहब को कोई ठीक करने वाला इंजीनियर नही मिल रहा है शायद जिम्मेदार अधिकारी को अपनी जिम्मेदारी से मतलब नही है ,लेकिन नगर की आम जनमानस जानना चाहती है कि जब वाटर ए टी एम खरांब था तो पहले क्यू नही ठीक कराया गया अगर पहले से ही इस वाटर ए टी एम पर जिम्मेदार अधिकारी सोचे होते तो शायद साढ़े पांच लाख की लागत से खड़ा वाटर ए टी एमो से दो बूंद पानी के लिये आम जनमानस न तरसता ।
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Wednesday, 29 May 2019
जाने स्वच्छता अभियान का सच दो बूंद शुद्ध पानी के लिए कैसे तरस रहे नगरवासी
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