बरहज, देवरिया(तरुणमित्र) बरहज मे सरयू नदी का जलस्तर पिछले दिनो अचानक बढ जाने से नदी द्वारा छोडी गयी रेतीली जमीन पर किसानो द्वारा उगायी गयी जायद की फसलें ककडी, खीरा,तरबूज, खरबूज तथा सब्जिया बर्बाद हो गयी है । यहां के उत्पाद विशेषत: तरबूज, खरबूज तथा ककडी पूरे जनपद सहित पडोसी जनपदो तथा बिहार तक आपूर्ति किए जाते रहे हैं।गर्मी के दिनो के लिए मां सरयू का वरदान तरबूज और लम्बी ककडी पूरे क्षेत्र मे प्रसिद्ध है। यही यहां के गरीब सोनकर (खट्टीक)और निषाद समुदाय के किसानो की आय का जरिया हुआ करता था जो नदी का जलस्तर बैमौसम बढ जाने के कारण तबाह हो चुका है।
यहां तक कि सरयू के उस पार आवागमन के लिए लोकनिर्माण विभाग द्वारा लगाए गए पीपा के पुल पर बना एप्रोच (सम्पर्क मार्ग) भी जलमग्न हो जाने के कारण तहसील क्षेत्र के दो प्रमुख गांवो परसियां देवार तथा विसुनपुर देवार से आवागमन अवरुद्ध हो गया।आवागमन के लिए मां तथा स्टीमर की व्यवस्था करनी पडी। इधर किसान, रमेश,साहनी,गंगाधर साहनी, गाजर सोनकर,रेशमा देवी,बुच्ची देवी,कुसुम, विन्दा, रीमा आदि ने बताया कि साहूकारो से कर्ज लेकर किसी तरह अच्छी फसल की आशा मे इस साल मेहनत से फसल उगायी थी जो बर्बाद हो गयी।अपनी कौन रहे साहूकारो के लिए पैसे भी नही चुकाए जा सकते।
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