कुछ लोग ऐसे होते हैं, जो नादानी में ऐसे काम कर बैठते हैं, जिसके नुकसान या फायदे के बारे में उन्हें नहीं पता होता है। अपने हाथों की उंगलियां चटकाना भी उन्ही में से एक है। वास्तव में कुछ लोग हर थोड़ी देर बाद जोर-जोर से अपनी उंगलियां चटकाते रहते हैं। लेकिन सवाल ये है कि क्या ऐसा करना सही है या गलत? क्या वास्तव में ऐसा करने से आपकी उंगलियों को आराम मिलता है या उन्हें नुकसान होता है।
क्या ये गन्दी आदत है?
डॉक्टर के अनुसार, ऐसा करना न तो अच्छा है और न ही बुरा। वास्तव में लंबे समय तक उंगलियां चटकाने से आपको बुखार, जोड़ों में दर्द जैसी या अन्य तरह की कोई चिंता करने की जरूरत नहीं है। हालांकि कई अध्ययनों में ये दावा किया गया है कि ऐसा करना जोड़ों के लिए हानिकारक है। लेकिन इस संबंध में अभी तक कोई पर्याप्त सबूत नहीं है।
क्या उंगलियां चटकाने से आराम मिलता है?
उंगलियां चटकाने से जोड़ों के आसपास की मसल्स को आराम मिलता है। लोग इसलिए ही उंगलियां चटकाते हैं क्योंकि ऐसा करने से उन्हें आराम मिलता है। सही मायने में यही इसका वैज्ञानिक तर्क भी है।
उंगलियां चटकाना और जोड़ों के दर्द के बीच कोई संबंध है?
जोड़ों के दर्द से इसका कोई संबंध नहीं है और न ही ये हड्डियों में किसी भी कमजोरी का कारण बनता है। लेकिन कई मामलों में इससे जोड़ मुलायल बन सकते हैं और ये हाइपर-मोबाइल कारण बन सकता है। उदहारण के लिए- क्लासिकल एरा के मशहूर वायलिन वादक और कंपोजर निकोलो पगानिनी मारफन सिंड्रोम (हाइपर-मोबाइल जॉइंट) से पीड़ित थे। उनकी उंगलियां लंबी थी और वो अपने हाइपर-मोबाइल जॉइंट की वजह उस समय के दौरान बहुत ही आसानी से वायलिन बजाते थे। शायद ही आज भी कोई उस तरह बजा पाए। वायलिन पर उनकी उंगलियां अद्भुत तरीके से काम करती थी, जो सभी वायलिन बजाने वालों के लिए प्रेरणा है।
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