लखनऊ। श्याम बहार के मालिक संजीव मिश्रा की मौत के बाद उनकी सम्पत्तियों को फर्जी व जाली रजिस्ट्री व वसीयत बनाकर हथियाने वाले भाई राहुल मिश्रा पिछले कई महीनों से जेल में बंद है। लेकिन उसके गुर्गे अभी भी संजीव मिश्रा की पत्नी की सम्पत्तियों पर अवैध कब्जे करने से बाज नहीं आ रहे हैं। जेल में बंद राहुल के इशारे पर पुलिस अवैध कब्जे करा रही है। लखनऊ के थाना मडियांव द्वारा भू-माफियाओं व जेल में बंद मुख्य अभियुक्त के दबाव में न्यायालय का स्टे होने के बाद भी आईआईएम रोड पर, ग्राम मुतक्कीपुर की जमीन पर कब्जा कराया जा रहा है। उच्च अधिकारियों द्वारा संज्ञान लेने पर पुलिस बार-बार रिपोर्ट लगाती है कि काम बंद करा दिया गया है।
अंतिम बार दिनांक 8 जून 2019 को चौकी प्रभारी अखिलेश कुमार द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को रिपोर्ट प्रेषित की गई कि मौके पर काम बंद करा दिया गया है। परन्तु मौके पर लगातार निर्माण कार्य कराया जा रहा है, डायल 100 पुलिस को फोन करवाकर तीन बार मौके पर कार्य बंद भी कराया गया, मौके पर अभी भी निर्माण कार्य कराया जा रहा है, जिसके तमाम साक्ष्य, फोटो, वीडियो व अन्य साक्ष्य मौजूद हैं। सरगना राहुल मिश्रा जेल में है, लेकिन उसके गुर्गे अभी भी भू-माफियाओं की मदद से, अवैध कार्य करा रहे हैं, जिन्हें पुलिस का संरक्षण प्राप्त है एवं भू-माफियाओं में पुलिस-प्रशासन का बिल्कुल भी भय नहीं है।
तत्काल अवैध कार्य न रोकने से प्रार्थिनी को अपूर्णीय क्षति होगी। साथ ही दोषियों के खिलाफ कार्यवाही न होने पर कभी भी प्रार्थिनी व उसके परिवार की हत्या कराई जा सकती है। ज्ञात हो कि स्व. संजीव मिश्रा का श्याम बहार पान मसाला के नाम से कम्पनी थी, जिन्होंने अपने जीवन काल में काफी सम्पत्ति अर्जित की थी। उक्त सम्पत्तियों को फर्जी व जाली वसीयत बनाकर स्व. संजीव मिश्रा के भाई राहुल मिश्रा एवं माता-पिता द्वारा बेचा गया था, जिनके खिलाफ दर्जन भर से अधिक आपराधिक मुकदमें दर्ज हैं। वर्तमान में राहुल मिश्रा जेल में है एवं अन्य लोग फरार हैं। पुलिस अधीक्षक ट्रान्स गोमती एवं सीओ अलीगंज ने कई बार थाना प्रभारी मड़ियांव को अवैध काम बंद कराने के निर्देश भी दिए, लेकिन थाना प्रभारी मड़ियांव अपने अधिकारियों की भी नहीं सुन रहे।
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