घोसी (मऊ)। घोसी तहसील क्षेत्र के बीबीपुर गांव में हुए विकास कार्यों की हकीकत जानने के लिये विगत बुधवार को उपजिलाधिकारी डा०राजेश कुमार ने तहसील स्तरीय सभी अधिकारियों के साथ चैपाल लगाई और गांववासियों से स्वच्छता अभियान से लगायत बृद्धा पेंशन व विधवा पेंशन से संबंधित खुलकर सुझाव शिकायतें मांगी। जिस पर गांववासियों ने सारी समस्याओं को पिटारा रखा और जादू की छड़ी की तरह सारी समस्याओं को खत्म करने का अधिकारियों ने वादा भी किया। सारी समस्याओं पर भारी इस गांव में सफाईकर्मी की नियुक्ति का मामला रहा है।
बतातें चलें कि विगत दो साल से इस गांव में कोई सफाईकर्मी नहीं आया। कागज में सफाईकर्मियों की नियुक्ति जरूर हुई जो एक सप्ताह के अंदर अपना स्थानांतरण कराकर अन्यत्र चला गया लेकिन गांव में उसका दर्शन नहीं हो पाया। इस तरह लगभग दो साल से ये गांव सफाईकर्मी विहीन गांव है। विगत बुधवार को लगी चैपाल में अपने संबोधन में उपजिलाधिकारी व एडीओ (समाज कल्याण) ने कहा था कि हम नेताओं की तरह वादे नहीं करते बल्कि हम उसे धरातल पर दिखाते हैं। सफाईकर्मी की मांग पर एडीओ ने गांववासियों को आश्वासन देते हुए कहा था कि इस पवित्र रमजान माह में टीम लगाकर सफाई आदि का कार्य किया जाएगा और शीघ्र ही इस गांव में सफाईकर्मी की नियुक्ति कर दी जाएगी। लेकिन एक सप्ताह का समय बीत जाने के बाद भी ना तो कोई टीम आई और ना ही किसी सफाईकर्मी की नियुक्ति हुई। गांव के बीच चैराहे पर सप्ताह में दो बार क्रमशः सोमवार व शुक्रवार को बाजार लगती है जिसके बाद सड़े गले आइटम बाजार में ही छोड़कर चले जाते है जिससे पूरे दिन मक्खियों की भनभनाहट बनी रहती है जिससे संक्रामक रोग होने की संभावना बनी रहती है।
गांववासी सुब्हान उस्मानी, डा०मुन्ना यादव, राजबहादुर, हृदय बर्नवाल, नसीम अख्तर आदि ने कहा कि अधिकारियों द्वारा किये गए वादे नेताओं के वादे की तरह ही निकल रहे हैं। जिस तरह नेताओं ने इस गांव के विकास के कोरे वादे किये उसी तरह लगी चैपाल में अधिकारोयों ने भी अपने हवा हवाई वादे कर अपने कार्यों की इतिश्री कर ली।
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Tuesday, 12 June 2018
चौपाल में किये गए वादे साबित हुए झूठे, गांव वाले झल्लाये
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