नई दिल्ली। शहरी माओवादियों द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को मारने की साजिश रचने की खबर के बाद एक और खबर ने भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ा दी है। विगत 7 जून की शाम को प्रधानमंत्री आवास की सुरक्षा में तैनात सुरक्षा बलों ने प्रधानमंत्री आवास के आकाश पर संदिग्ध वस्तु को उड़ते हुए देखा। इसके बाद से सुरक्षा अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। शाम 7.30 बजे हुई इस घटना के तुरंत बाद नेशनल सिक्योरिटी गार्ड और दिल्ली एयर ट्रैफिक कंट्रोल को सूचित किया गया। उस वक्त से अभी तक इस मामले में जांच चल रही थी और आज उस बाज का खुलासा हुआ।
नई दिल्ली के लोक कल्याण मार्ग पर प्रधानमंत्री आवास है। यही बीते 7 जून को यूएफओ देखे जाने की बात सामने आई है। इस घटना ने सुरक्षा अधिकारियों को चिंता में डाल दिया है लेकिन पुलिस अभी तक ये पता नहीं लगा पाई है कि आखिर वह अज्ञात चीज़ क्या थी। बता दें कि पीएम आवास के दो किलोमीटर के दायरे तक नो फ्लाइंग जोन होता है। पीएम आवास पर तैनात स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप के ऑफिसर ने उड़ता हुआ ऑब्जेक्ट देखते ही पुलिस को इसकी सूचना दी।
शाम 7.30 बजे हुई इस घटना के तुरंत बाद नेशनल सिक्योरिटी गार्ड और दिल्ली एयर ट्रैफिक कंट्रोल को सूचित कर दिया गया। पीएम सुरक्षा दल ने सीआईएसई और दिल्ली एयरपोर्ट अथॉरिटी को भी सूचित कर दिया। हालांकि, घंटो की खोज पड़ताल के बावजूद यूएफओ देखे जाने की पुष्टि नहीं हो सकी। इस मामले में दिल्ली के डिप्टी कमिश्नर मधुर वर्मा ने सीएनएन को बताया हमने अभी तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं की है। हो सकता है वो कोई ड्रोन हो, जो कि सामान्य बात है। सुरक्षा कारणों से हम ज्यादा जानकारी नहीं दे सकते।
इससे पहले 17 सितंबर 2017 को भी पीएम आवास के ऊपर एक ड्रोन के उडऩे की बात सामने आई थी लेकिन तब भी एटीसी के रडार में कुछ नहीं पाया गया था। इसके बाद नवंबर में सिविल एविएशन मंत्रालय ने ड्रोन के इस्तेमाल के लिए गाइडलाइन जारी करने का प्रस्ताव भी पारित किया है। सिविल एविएशन विभाग ड्रोन के इस्तेमाल को लेकर फाइनल गाइडलाइन की प्रतीक्षा में है।
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