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Wednesday 1 August 2018

आध्यात्मिकता तथा वैज्ञानिकता का समावेश है स्वामी विवेकानंद का विचार- योगी

रामकृष्ण मिशन अध्यक्ष स्वामी मुक्तिनाथानन्द जी ने मुख्यमंत्री को स्वामी विवेकानंद की मूर्ति, जीवनी तथा अँगवस्त्र भेँट किया


लखनऊ। भारत की आध्यात्मिकता व वैज्ञानिकता का समावेश स्वामी विवेकानंद की विचारों में मिलता है। स्वामी विवेकानंद जी ने लोक कल्याण व सर्व मंगल की कामना के लिए विश्व को धर्म का उपदेश दिया। यह बातें रामकृष्ण मठ निरालानगर में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहीं। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन तथा मंगलाचरण के साथ हुआ। रामकृष्ण मिशन अध्यक्ष स्वामी मुक्तिनाथानंद जी महाराज ने मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी को स्वामी विवेकानंद जी की मूर्ति, जीवनी तथा अंगवस्त्रम के साथ साथ खिला हुआ पुष्प का पौधा भेँट किया। उपस्थित भक्तगणों तथा रामकृष्ण मिशन से जुड़े लोगों को संबोधित करते हुए स्वामी मुक्तिनाथानंद जी ने कहा कि विवेकानंद पालिक्लीनिक एवं आयुर्विज्ञान संस्थान गरीबों का अस्पताल है। यहां जनहित व मानव हित को ध्यान में रखते हुए सेवा भावना से रोगियों का उपचार किया जाता है। स्वामी जी ने कहा कि यह अस्पताल एन.ए.बी.एच. से मान्यता प्राप्त एकमात्र धर्माथ अस्पताल है जो रोगियों की सेवा नारायण सेवा के रूप में कर रहा है। स्वामी मुक्तिनाथानंद जी ने संस्मरण सुनाते हुए कहा कि योगी आदित्यनाथ जी के मुख्यमंत्री बनने के उपरांत उन्होंने उनसे मठ तथा विवेकानंद अस्पताल में आने हेतु आमंत्रित किया तो उसे उन्होंने सहर्ष स्वीकार कर आज यहां आकर रामकृष्ण मिशन परिवार को गौरान्वित किया है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि रामकृष्ण मिशन एक ऐसा प्रतिष्ठान है जो पूरे विश्व में जीव सेवा के प्रति समर्पित है। स्वामी विवेकानंद के विचारों को उद्धृत करते हुए उन्होंने कहा कि भारत की गौरवमयी परंपरा तथा उसके अध्यात्म के महत्व को संपूर्ण विश्व को बताने का काम स्वामी विवेकानंद जी ने किया था। मुख्यमंत्री योगीजी ने रामकृष्ण मिशन के अध्यक्ष स्वामी मुक्तिनाथानंद जी के जनहित के कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि लोक कल्याण के लिए आपके द्वारा किया जा रहा कार्य अनुकरणीय तथा वंदनीय है। उन्होंने कहा कि भारत की पुरातन परंपरा व वर्तमान विज्ञान के समावेश का प्रचार प्रसार रामकृष्ण मिशन कर रहा है जो दुनिया का कोई भी संगठन या मिशन नहीं कर रहा है। इसके पूर्व विवेकानंद पालीक्लिनिक एवं आयुर्विज्ञान संस्थान में विद्युत उपगृह का उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फीता काटकर तथा शिलापट का अनावरण करते हुए सौर प्रकल्प का स्वीच आन किया। कार्यक्रम को विवेकानंद पालिक्लीनिक के निदेशक बिग्रेडियर टी. प्रभाकरन व पद्मश्री डा.नित्यानंद ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर आश्रम के सहसचिव स्वामी पवित्रात्मानन्द, स्वामी वरेश्वरानन्द, स्वामी तत्परानन्द, स्वामी धर्मपालानन्द जी, हास्पिटल अधीक्षक बिग्रेडियर आर.एन.रस्तोगी, डा. विशाल सिह, आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम में विवेकानंद युवा संघ के स्वयंसेवकों की भूमिका सराहनीय रही।

रामकृष्ण मिशन अद्वितीय है-योगी आदित्यनाथ
रामकृष्ण मठ में कार्यक्रम दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने रामकृष्ण मिशन व विवेकानंद पालिक्लीनिक एवँ आयुर्विज्ञान सँस्थान की जनहितकारी कार्यो से प्रभावित होकर अस्पताल के विकास के लिए हरसम्भव सहयोग का आश्वासन दिया। रामकृष्ण मिशन द्वारा जनहित के लिए शिक्षा, सँस्कार व सहयोग के कार्यों से अभिभूत मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में जिस तरह से रामकृष्ण मिशन जनहित के कार्य कर रहा है वह वन्दनीय है। यही नहीं मुख्यमंत्री ने कहा कि विवेकानंद पालिक्लीनिक एवँ आयुर्विज्ञान संस्थान प्रदेश का सर्वश्रेष्ठ सँस्थान है। विवेकानंद पालिक्लीनिक एवँ आयुर्विज्ञान सँस्थान मेँ सोलर प्लांट की स्थापना पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक दूरदर्शी तथा महत्वपूर्ण कार्य है क्योंकि इससे न बिजली की खपत कम होगी बल्कि पर्यावरण संरक्षण को भी बल मिलेगा। मुख्यमंत्री ने इस पहल को अपनाने तथा पर्यावरण के हित में महत्वपूर्ण कार्य बताया।

मठ के सन्यासियों से परिवार की तरह सबसे मिले सीएम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सबसे पहले रामकृष्ण मठ मेँ जाकर माँ शारदा, भगवान रामकृष्ण व स्वामी विवेकानंद को पुष्प अर्पित किया। मन्दिर की भव्यता का अवलोकन करते हुए उन्होंने स्वामी मुक्तिनाथानन्द जी से मन्दिर के सम्बंध में अन्य जानकारियां ली। कार्यक्रम के समापन पर मुख्यमंत्री न केवल मठ के सन्यासियों के साथ बैठकर जलपान किये बल्कि जाते समय सबसे आत्मीयता पूर्वक मिलते हुए मठ में आने पर स्वयं को गौरवान्वित बताया।

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