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Tuesday 2 April 2019

एमाजोन कम्पनी को करोड़ों का चूना लगाने वाले तीन जालसाज गिरफ्तार

  • हजरतगंज पुलिस और साइबर क्राइम सेल की टीम ने दबोचा
    लखनऊ। प्रतिष्ठित आनलाईन शापिंग एमाजोन कम्पनी को दो करोड रूपए का चूना लगाने वाले तीन शातिर ठगों को लखनऊ की हजरतगंज पुलिस और साइबर क्राइम सेल की टीम ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने कम्पनी से ठगी किए गए 19 मंहगे मोबाइल फोन, दो एपल कम्पनी के मोबाइल फोन,एक स्कार्पियो ,एक चाकू के अलावा अन्य सामान बरामद किया है।
    सीओ हजरतगंज अभय मिश्र ने बताया कि आन लाईन शापिंग कम्पनी एमाजोन के मैनेजर जय सोनी और जितेन्द्र सैनी ने एसएसपी कलानिधि नैथानी से मुलाकात कर कम्पनी से ठगी किए जाने की शिकायत की थी। सोमवार को हजरतगंज थाने मे मुकदमा दर्ज किया गया। मुकदमा दर्ज करने के बाद हजरतगंज और साईबर सेल की टीम ने संयुक्त रूप से कम्पनी से ठगी करने वाले जालसजों की गिरफ्तारी के लिए जाल बिछाया गया और पुलिस की टीमों को सफलता मिलने मे देर नहीं लगी। सीओ अभय कुमार ने बताया कि डिलेवरी लेने आये हजरतगंज स्थित नवल किशोर रोड से तीनों को गिरफ्Þतार कर लिया गया। पूछताछ में आरोपितों ने अपना नाम व पता सांगानेर जयपुर के रहने वाले सिविल इन्जीनियर धारा सिंह, बीएससी द्वितीय वर्ष के छात्र जयपुर राजस्थान के राजकुमार मीना उर्फ राहुल मीना और जयपुर राजस्थान के ही रहने वाले बीए द्वितीय वर्ष के छात्र प्रहलाद सिंह बताया है। सीओ हजरतगंज ने बताया कि साल 2017 से लगातार ये ठग एमाजोन कम्पनी से जालसाजी कर रहे है और अब तक ये लोग कम्पनी को 2 करोड़ रूपए से ज्यादा का चूना लगा चुके है। राजस्थान के रहने वाले ये तीनो जालसाज ठगी के पैसे से खरीदी गई स्कार्पियो से भारत के तमाम शहरों मे जाते थे और फर्जी नाम से लिए गए सिम कार्ड और फर्जी ईमेल आईडी का इस्तेमाल कर कम्पनी के पोडक्ट खरीद कर जालसाजी करते थे। पूछताछ में यह भी बताया कि जालसाज दूसरे शहरो में जाकर 10 से 15 लाख का सामान कम्पनी से फर्जी तरीके से मगंवा लेते थे और शातिराना तरीके से कम्पनी से जालसाजी कर मंगाए गए मंहगे मोबाईल फोनों को ये जालसाज जयपुर की दुकानों में सस्ते दामों में बेचते थे।
    ऐसे लगाते थे कंपनी को चूना
    पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि पहले एमाजोन कम्पनी की वेबसाइईट पर आन लाईन सेलर बन जाते थे फिर एमाजोन कम्पनी के गिफ्ट कार्ड आन लाईन प्राप्त कर उन कार्डो के अन्दर मौजूद धनराशि को स्क्रैच करके एमाजोन पे के आन लाईन वालेट में एकत्र कर लेते थे। फिर उन कार्डो पर कम्पनी से मिलता जुलता स्क्रैच वाला टेप चिपका कर कम्पनी को वापस कर देते थे । इस तरह से जालसाज कम्पनी का पैसा अपने वालेट में एकत्र कर लेते थे। इतना ही नहीं ठगी कर वालेट मे एकत्र किए गए पैसो से एमाजोन एप का प्रयोग कर मंहगा एपल आई फोन बुक करते थे। जालसाजों की जालसाज यहीं पर समाप्त नहीं होती थी। आर्डर बुक होने के बाद जब डिलीवरी मैन उनके पास आता था। तब ये जालसाज उसे बातों में लगा कर उसी तरह का पहले से तैयार साबुन से भरा डिब्बा खोलते थे और असली डिब्बा डिलीवरी मैन की आंखों से बचा कर गायब कर देते थे। साबुन की बटटी से भरा डिब्बा डिलीवरी मैन को थमाते हुए कहते थे कि इस डिब्बे में साबुन निकला है। हमारा आर्डर कैन्सिल करो इस तरह से जालसाज मंहगा मोबाइल फोन भी हड़प लेते थे और मोबाइल का आर्डर कैन्सिल होने के बाद मोबाइल की कीमत भी उनके वालेट मे वापस आ जाती थी। गिरफ्तार किए गए जालसाज कम्पनी को दो तरह से चूना लगाते थे।

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