लखनऊ । भाऊराव देवरस के जन्मदिवस के मौके पर सोमवार को महानगर स्थित भाऊराव देवरस अस्पताल में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर वार्डों में मरीजों को फल वितरण किया गया। पूर्व विधायक विद्या सागर गुप्ता , संघ के वरिष्ठ प्रचारक अवधेश नारायण और अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. आरपी सिंह समेत उपस्थित चिकित्सकों द्वारा भाऊराव देवरस के चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया।
भाऊराव ने बीकॉम व एलएलबी में प्राप्त किये थे स्वर्ण पदक
पूर्व विधायक विद्या सागर गुप्ता ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई पण्डित दीन दयाल उपाध्याय और रज्जू भैया जैसे श्रेष्ठ कार्यकर्ताओं को संगठन से जोड़कर तराशने का कार्य भाऊराव देवरस ने किया था। भाऊराव देवरस हर व्यक्ति से संपर्क करते थे। वह सभी कार्यकर्ताओं की चिंता करते थे। व्यक्ति को संगठन से जोड़ने की उनमें अद्भभुत कला थी।
संघ संस्थापक डा. हेडगेवार ने भाऊराव को लखनऊ में संघ कार्य के लिए भेजा था। जिसमें भाऊराव ने लखनऊ विश्वविद्यालय से एक साथ बीकॉम व एलएलबी में प्रवेश लिया। दोनों विषयों में उन्हें स्वर्ण पदक प्राप्त हुआ। लखनऊ विश्वविद्यालय में उनके नाम से भाऊराव देवरस द्वारा बना हुआ है।इसके साथ ही पढ़ाई के दौरान संघ कार्य के साथ स्वाधीनता आंदोलन में भी सक्रिय रहे। लखनऊ विश्वविद्यालय में उन्होंने ही नेताजी सुभाष चन्द्र बोस को बुलाया था।
भारतीय जीवनमूल्यों पर आधारित पत्रकारिता के वह थे, पक्षधर
पत्रकार बृजनन्दन ने कहा कि ने कहा कि भारतीय जीवनमूल्यों पर आधारित पत्रकारिता के वह पक्षधर थे। भाऊराव के प्रयासों से ही लखनऊ से राष्ट्रधर्म मासिकए पांचजन्य साप्ताहिक तथा तरुण भारत जैसे दैनिक पत्र प्रारम्भ हुए। पण्डित दीन दयाल उपाध्याय और अटल बिहारी बाजपेर्इ को राष्ट्रधर्म का कार्य भाऊराव ने ही सौंपा था। उत्तर प्रदेश में संघ कार्य को हर जिले तक फैलाने का श्रेय भाऊराव देवरस को है। साथ ही बृजनन्दन ने कहा कि भाऊराव देवरस अस्पताल परिसर में उनके नाम से मूर्ति की स्थापना होनी चाहिए।
भाऊराव देवरस अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक व बाल रोग विशेषज्ञ डा. मनीष शुक्ला ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया। इस मौक पर केजीएमयू दंत संकाय के चिकित्सा अधीक्षक डॉ नीरज मिश्रा , धनवंतरि सेवा संस्थान के कोषाध्यक्ष ललित जोशी , डॉ. गिरधर दास , डॉ शिशिर समेत समस्त चिकित्सालय स्टाफ उपस्थित थे।
No comments:
Post a Comment